संवाद
====
संवाद से खुलते है
सुलह के द्वार
बढ़ता है आपस
में प्यार .....................
धुल जाता है
दिल का मैल
खुल जाती है
रिश्तो की गांठे
मिल जाते है दिल ...........
कोई भी हालत हो
अपनों के पास हो
न नाराज हो ..............
किसी भी रिश्ते को
गर निभाना
चाहे आप
झुक जाये आप ..............
झुकने से न होता
कोई छोटा बड़ा
रिश्ता होता
सदा साथ खडा ...........................
टूटते है रिश्ते
तो बिखरते है इन्सान
सहेजे रिश्ते
करते रहे संवाद ..............................
गरिमा
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संवाद से खुलते है
सुलह के द्वार
बढ़ता है आपस
में प्यार .....................
धुल जाता है
दिल का मैल
खुल जाती है
रिश्तो की गांठे
मिल जाते है दिल ...........
कोई भी हालत हो
अपनों के पास हो
न नाराज हो ..............
किसी भी रिश्ते को
गर निभाना
चाहे आप
झुक जाये आप ..............
झुकने से न होता
कोई छोटा बड़ा
रिश्ता होता
सदा साथ खडा ...........................
टूटते है रिश्ते
तो बिखरते है इन्सान
सहेजे रिश्ते
करते रहे संवाद ..............................
गरिमा
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