Wednesday 16 October, 2013

               
 

जब हालात विपरीत होते है
सच भी झूठ बन जाता है
उस समय चुप  रहने को मजबूर हो जाते है हम
जब सच आता है सामने सब शर्मिंदा हो जाते है
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jab halat vipreet hote hai
sach bhee jhooth ban jata  hai
us smay chup rhne ko majboor ho jate hai ham
jab sach aata hai samne sab sharminda ho jate hai
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  garima kanskar
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क्या बोले तस्वीर १६
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किताबो से दोस्ती
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अपने कभी कि है
किताबो से दोस्ती
किताबे है सबसे
अच्छी दोस्त.....

दोस्ती का हर
 फर्ज निभाती
हर पल
साथ निभाती

ना शिकवा
ना शिकायत करती
बन पथ प्रदर्शक
राह दिखाती

आत्मविश्वास बढ़ाती
हर पल साथ
होने का
एहसास दिलाती

अन्धकार कि
 निशा को
दुर हटाकर
मन मे
पन्छी सा
विश्वास जगाकर
उड़्ने को
मजबूर कर जाती

जीवन मे हमारे
नया उजाला
भर जाती
दोस्ती का
हर फर्ज
निभा जाती

तो फिर क्या
सोच रहे है आप
जल्दी से किजिये
किताबो से दोस्ती
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गरिमा
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  तुलना
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तुलना  ही वजह है
हीनता की
क्यो  करते है
हम तुलना
जानकर भी बनते है
अनजान
हर इन्सान मे होता है
कुछ ना कुछ खास
कोई नही कर सकता
किसी कि बराबरी
तो क्यो पाले हम
तुलना कि बिमारी
तुलना से ना होता
किसी का भला
ये तो है
रोग बुरा
अपने आप पर
विशवास करे
ओर अपना कार्य करे
आपका कार्य उत्तम होगा
 और चारो ओर आपकी
सरहना होगी
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गरिमा कान्सकार

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Sunday 6 October, 2013



सागर से गहरी है
आसमान से  ऊंची है
क्या कहे अपनी दोस्ती के बारे मे
ये कितनी अच्छी और सच्ची है
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sagar se gahree hai
aasman se unchee hai
kya khe apnee dostee ke bare me
ye kitnee achchee aue schchee hai
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garima kanskar
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हर पल दौड़्ती
हर पल भागती
तेज रफ्तार से
चलती है जिंदगी

सभी है अपने
काम  मे इतने व्यस्त
किसी के पास
किसी के लिये नही है वक्त

घर पर होते हुए भी
कोई नही होता है
अपनो के साथ
सब थामे होते है
मोबाइल का हाथ

या तो थामे होते है
इंटरनेट का दामन
जब होता है कोई काम
तो याद आता है
अपनो का दामन

इस दुनीया मे
ना तो कोई सुनता है मुझे
न तो कोई
समझता है मुझे

वो खुदा है
जो मुझे सुनता भी है
समझता भी है
हर पल मुझमे
नई ऊर्जा भरता भी है

उसकी रोशनी
रोशन करती है मुझे
हर गम से
बचती है मुझे

ए खुद तुझसे
और मांगू क्या
तुने मुझे
सब कुछ दिया
दोनो हाथ उठाकर
करता हूँ तेरा शुक्रियाँ

              गरिमा







माँ मुझे स्कूल जाने दो
माँ मुझे भी पढ़ने दो
मुझे भी सपने गढ़ने दो
जग में आगे बढ़ने दो

मेरे भी कुछ सपने है
उन सपनों को साकार दो
शिक्षा में है शक्ति बहुत
इस शक्ति को ताकत बनने दो

है होसला मुझमे
आसमान को छूने का
इस होसले को पंख देदो
अपने सपनों के

आसमान में उड़ने दो

मुझे दूसरो के लिये
मिशाल बनने दो
माँ मुझे स्कूल जाने दो
माँ मुझे पढने दो

=========गरिमा =============