Sunday 29 September, 2013

 

मां तो मां होती है
चाहे पशु हो या इंसान
हर मां के दिल मे
भरपूर ममता होती है

मां देती है
बच्चे को लाड़ प्यार
संग मे देती है
अच्छे संस्कार

मां हमे अपनी
ममता से सीचकर
बनाती है कबिल इंसान
हमारी  जरा सी
तकलीफ मे हो जाती है
परेशान.............

हमारी हंसी मे
खिलखिलाकर हंसती है
हमारे हर दर्द मे
सिसकिया भरती है

जब भी आती है
हम पर कोई
मुशीबत बड़ी
सीधी साधी दिखने वाली मां
 बन जाती है शक्तिशाली
बचा लाती है
हर तूफान से ह्मे
बनकर काली

मां तो मां होती है
उस जैसा कोई
होता नही इस दुनिया मे
जो हर पल सिर्फ ओर सिर्फ
हमारे लिये जीती  है
               

गरिमा कान्सकार

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