Sunday 29 September, 2013






क्यो रोते हो आप
कि अकेले हो आप
आप आये थे
इस जग मे अकेले
जओगे भी अकेले
तो गम क्यो मनाते हो आप
कि आप हो  अकेले


आप के संग है
आशा है विश्वास है
आपका आत्मविश्वास है
तो क्यो डरते हो आप
बढ़ जाओ फिर देखना
मन्जिल कितने पास

राह की बाधाओ से
 मत डरो.............
उनसे सीखकर
आगे बढ़ो
ये पथ प्रदर्शक है

बाधाओ को दोस्त बनाओ
फिर देखो तुम
 कैसे मन्जिल पाओ

मन्जिल पाकर तुम
औरो के लिये
प्रेरणा स्त्रोत बन पाओ
तुमसे प्रेरणा लेकर
सब आगे बढ़्ते जाय..........

गरिमा




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